Translation of a short passage from Hindi to english

 Translation of a short passage from Hindi to english

 

            Exercise - 1

   एक जंगल में चार गाय रहती थी। वे चारों बहुत अच्छे दोस्त थे। एक बड़े से घास के मैदान में ताजी-ताजी घास खाती थी। वे सब आप आपस में मिल-जुल कर रहती थी। जिससे कोई जंगली जानवर उन पर हमला ना कर दे। एक दिन उन चारों के बीच में लड़ाई हो गई। और वह चारों अलग-अलग जगह पर घास खाने लगी। शेर ने सोचा इस मौके का फायदा उठाया जाएं, और शेर ने एक-एक करके सारी गायों को मार डाला।



              Exercise - 2

सच्चा मित्र वही है जो कठिन समय में साथ खड़ा रहे। मित्रता जीवन को आनंदमय बनाती है। इसलिए हमें अपने दोस्तों के साथ विश्वास और प्रेम बनाए रखना चाहिए। हमें ज्यादा मित्र नहीं बल्कि सच्चे मित्र बनाने चाहिए, जो हमें मुसीबत पढ़ने पर सहायता करें। हमें गलत मार्ग पर जाने से रोके। हमेशा हमारा साहस बढ़ाएं। हमारा साथ दे। चापलूसी करने वाले मित्रों से दूर रहना चाहिए। 



               Exercise - 3

प्रकृति हमें शुद्ध वायु, जल और हरियाली प्रदान करती है। यदि हम पेड़ काटेंगे और प्रदूषण फैलाएँगे, तो पर्यावरण असंतुलित हो जाएगा। और पर्यावरण संतुलित होने से अलग-अलग बीमारियां जन्म लेगी, जो स्वास्थ्य के लिए घातक होती है। पेड़ों को काटने से ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बढ़ रहा है। इसलिए हमें पेड़ों को कटनी सेरोकना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण करना चाहिए। स्वच्छ और स्वस्थ जीवन के लिए पर्यावरण की रक्षा आवश्यक है।


           

                   

            Exercise - 4

एक हिरण और एक चिड़िया बहुत अच्छे दोस्त थे। एक दिन चिड़िया ने हिरण को लोमड़ी के साथ देखा। चिड़िया ने हिरण को चेतावनी थे कि लोमड़ी बहुत चालाक होती है। जिससे वह लोमड़ी पर भरोसा ना करें। हिरनी चिड़िया की चेतावनी को अनसुना कर दिया। और लोमड़ी के साथ चला गया। वह दोनों एक दूर के खेत में गए। वहां जाकर लोमड़ी में हिरण को बोला, "मैं किस को बुलाने जा रहा हूं, वह तुम्हें मार डालेगा और तुम्हारे मांस का कुछ हिस्सा मुझे भी देगा"। तब हिरण को अपने मित्र की कई बात याद आने लगी।



                   Exercise - 5

एक समय की बात है गौतम बुद्ध किसी गांव से गुज़र रहे थे। उन्हें देखकर गांव के कुछ लोग उनके पास आए और उनका उपहास करने लगे। उनकी वेशभूषा देखकर मजाक उड़ाने लगे। तभी गौतम बुद्ध ने कहा,"अगर आपकी बातें समाप्त हो गई हो, तो मैं यहां से जा सकता हूं।" बुद्ध की बातें सुनकर एक ग्रामीण बोला,  "हमने आपको इतना अपमानित किया, आपको बुरा नहीं लगा।" तब गौतम बुद्ध ने कहा,"मुझे अपमान से दुख नहीं होता"। जो व्यक्ति मेरे साथ जैसा व्यवहार करता है, मैं भी उसको वहीं दे देता हूं।


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